आधुनिक भारत का इतिहास

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आधुनिक भारत का इतिहास

प्रशासनिक सेवाओं सहित अन्य एक दिवसीय परीक्षाओं के सामान्य अध्ययन प्रश्न-पत्र में भारतीय इतिहास से पूछे जाने वाले प्रश्नों का अनुपात सर्वाधिक होता है। भारतीय इतिहास में 'आधुनिक भारत का  इतिहास' विशेष महत्व रखता है क्योंकि इतिहास पर पूछे गए कुल प्रश्नों में 50 से 60 प्रतिशत प्रश्न इसी काल खण्ड से आते हैं, इन्हीं तथ्यों को ध्यान में रखकर तथा पूर्व में मेरे द्वारा लिखी गई भारतीय इतिहास पर पुस्तकों से प्रतियोगी परीक्षाओं में शत- प्रतिशत प्रश्न पूछे जाने के कारण छात्रों के विशेष आग्रह पर उपर्युक्त पुस्तक को नये कलेवर में प्रस्तुत किया गया है जो ‘‘देखन में छोटन लगे घाव करे गम्भीर” वाले मुहावरे को पूर्णतः चरितार्थ करती है।

पुस्तक आधुनिक भारत का इतिहास उत्तरोत्तर मुगल काल से प्रारम्भ होकर यूरोपीय कंपनियों के भारत आगमन, राष्ट्रीय आंदोलन तथा 1947 से 1964 तक के भारतीय इतिहास को अपने में समेटे हुए है, इसके साथ 'आधुनिक भारत के ऐतिहासिक व्यक्तित्व' को एक नये अध्याय के रूप में पुस्तक में शामिल किया गया है। जिसमें पाठकों के लिए अत्यधिक रोचक अध्ययन सामाग्री प्रस्तुत की गयी है। साथ ही पुस्तक में विभिन्न भ्रामक विषयों पर प्रामाणिक और मौलिक विश्लेषण को फुटनोट (→) के रूप में दिया गया है। 

पुस्तक का विशेष आकर्षक भाग है पूर्व परीक्षाओं में पूछे गये 22 वर्षों (2001-2022) के अध्यायवार हल प्रश्न-पत्र, साथ ही विशेष प्रश्नों के साथ विशेष टिप्पणी। इन प्रश्नों का अभ्यास इसलिए भी उपयोगी है क्योंकि प्रत्येक वर्ष प्रतियोगी परीक्षाओं में पूछे गये प्रश्नों में 5 से 10 प्रतिशत प्रश्नों को रिपीट किया जाता है या दोबारा पूछ लिया जाता है।