मध्यकालीन भारत का इतिहास

By
Font size: Decrease font Enlarge font
मध्यकालीन भारत का इतिहास

प्रस्तुत पुस्तक 'मध्यकालीन भारत का इतिहास : एक सारगर्भित अवलोकन' संघ एवं राज्य लोकसेवा आयोग द्वारा आयोजित की जाने वाली (प्रारम्भिक एवं मुख्य परीक्षा) के नए पाठ्यक्रमानुसार तैयार की गई है। भारतीय इतिहास में 'मध्यकालीन भारत का इतिहास' विशेष महत्व रखता है क्योंकि इतिहास पर पूछे गए कुल प्रश्नों में 10 से 20 प्रतिशत प्रश्न इसी काल खण्ड से आते हैं, इन्हीं तथ्यों को ध्यान में रखकर उपर्युक्त पुस्तक को नये कलेवर में तैयार किया गया है।

मध्यकालीन भारत का इतिहास, 800 से 1200 ई0 के मध्य उत्तर भारत की राजनैतिक स्थिति से प्रारम्भ होकर सिंध पर अरब एवं भारत पर तुर्क आक्रमण, दक्षिण भारत का इतिहास, दिल्ली सल्तनत, मुगलकाल तथा मराठा कालीन इतिहास को अपने में समेटे हुए है। पुस्तक में मध्यकालीन भारत के अनेक ऐतिहासिक व्यक्तित्वों एवं स्थलों पर दी गई अध्ययन सामाग्री अत्यधिक रोचक है, साथ ही पुस्तक के अंत में परिशिष्ट के रूप में दुर्लभ संग्रह की प्रस्तुति है।

पुस्तक का विशेष आकर्षक भाग है पूर्व परीक्षाओं (संघ एवं राज्य सेवा) में पूछे गये प्रश्नों (2001-22) के अध्यायवार हल तथा विशेष प्रश्नों के साथ विशेष टिप्पणी। इन प्रश्नों का अभ्यास अत्यधिक उपयोगी है, क्योंकि प्रत्येक वर्ष प्रतियोगी परीक्षाओं में पूछे गये प्रश्नों में 5 से 10 प्रतिशत प्रश्नों को रिपीट (दोहराया) किया जाता है।